लखनऊ । उत्तर प्रदेश में आगामी उपचुनावों की तारीखों का ऐलान अभी नहीं हुआ है. इसके बावजूद उत्तर प्रदेश में राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं. एक तरफ जहां सत्ताधारी पार्टी बीजेपी उपचुनाव को लेकर सियासत में स्थिर है. वहीं दूसरी तरफ समाजवादी पार्टी इस चुनाव की तैयारी जोरों पर करती नजर आ रही है. जानकारी के मुताबिक समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने उपचुनाव के लिए अपने उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी है. हालांकि अभी तक सिर्फ 6 उम्मीदवारों की सूची ही जारी की गई है. जिसमें से करहल सीट के उम्मीदवार का नाम भी घोषित कर दिया गया है. बता दें कि यूपी की 10 सीटों पर उपचुनाव होने हैं.
उत्तर प्रदेश में होने वाले उपचुनाव के लिए सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने एक बार फिर पीडीए का ट्रंप कार्ड खेला है। लोकसभा चुनाव में यह कार्ड काफी सफल साबित हुआ था। अयोध्या की लड़ाई जीतने वाले अवधेश प्रसाद के बेटे को भी टिकट मिला है। इसके अलावा अखिलेश यादव द्वारा छोड़ी गई प्रमुख सीट करहल के लिए तेज प्रताप के नाम पर मुहर लगी है। कानपुर की सीसामऊ सीट से नसीम सोलंकी, फूलपुर से मुस्तफा सिद्दीकी, मिल्कीपुर से अजीत प्रसाद, कटेहरी से शोभावती वर्मा और मंझवा से ज्योति बिंद को उम्मीदवार बनाया गया है।
पिछले लोकसभा चुनाव 2024 में अखिलेश यादव और राहुल गांधी की जोड़ी ने जो कमाल किया है. और जिस तरह से कमल को खिलने से बचाया है. उससे अखिलेश यादव के हौसले बुलंद हैं. लेकिन उपचुनाव की सीटों को लेकर कांग्रेस आलाकमान अखिलेश यादव से नाराज है. कांग्रेस गठबंधन के तहत पांच सीटें हासिल करना चाहती है. लेकिन सपा ने 6 सीटों पर उम्मीदवार उतारकर कांग्रेस को बड़ा झटका दिया है. अब कांग्रेस सिर्फ तीन या दो सीटों पर ही चुनाव लड़ सकती है. सूत्रों का कहना है कि अखिलेश कम से कम दो और सीटों पर उम्मीदवार उतारेंगे. आपको बता दें कि जिन सीटों पर अखिलेश यादव ने उम्मीदवारों का ऐलान किया है. वो लगभग उनकी पार्टी की खाली सीटें हैं.
चार महीने पहले खत्म हुए लोकसभा चुनाव में बीजेपी को उतनी सीटें नहीं मिलीं, जितनी उसे उम्मीद थी। क्योंकि अखिलेश यादव के पीडीए प्लान ने बीजेपी की पूरी राजनीति बिगाड़ दी थी। इसी को ध्यान में रखते हुए बीजेपी इस बार फूंक-फूंक कर कदम रख रही है। बीजेपी ने यूपी की 10 उपचुनाव सीटों के लिए अभी कोई उम्मीदवार फाइनल नहीं किया है। उसने हर सीट से तीन-तीन उम्मीदवारों के नाम फाइनल किए हैं। इन नामों में भी एसपी की तरह पीडीए के फॉर्मूले को ध्यान में रखा गया है। इन सभी नामों को हाईकमान के पास भेजा जाएगा। इसके बाद ही कोई फैसला लिया जाएगा। अनुमान के मुताबिक बीजेपी अगले हफ्ते तक लिस्ट जारी कर सकती है।
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